Think and Grow Rich - Hindi (Part - 1)

  सोचीये और अमीर बनिये|

लेखक का परिचय

Napoleon hill

       वर्जीनिया के एक छोटे से शहर में जन्मे नेपोलियन हिल (1883-1970) एक अमेरिकी लेखक हैं।  उन्होंने 1919 में प्रसिद्ध व्यवसायी एंड्रयू कार्नेगी से मुलाकात की और वित्तीय रूप से सफल व्यक्तियों के जीवन के बारे में सीखा।  हिल कार्नेगी से सफलता का रहस्य जानते थे, जो मानते थे कि बहुत छोटे नियमों का पालन करके इसे हासिल किया जा सकता है।  थिंक एंड ग्रो रिच (1959) गाइड टू सक्सेस में सबसे ज्यादा बिकने वाली किताबों में से एक है।  इस पुस्तक का सबसे अच्छा हिस्सा लेखक का बेटा ब्लेयर है - जो जन्म से ही बहरा  था।  लेकिन वह दृढ़ विश्वास के साथ बड़ा हुआ और बादमे सूनाने लगा ।  अपने बाद के जीवन में, हिल ने हजारों लोगों को सफलता के दर्शन सिखाए, जिनमें से लोकतंत्र, पूंजीवाद, स्वतंत्रता और निष्पक्ष समन्वय महत्वपूर्ण पहलू हैं।

        यह दुनिया में सबसे अच्छी लिखित और सोची-समझी किताबों में से एक है।
        लेखक नेपोलियन हिल ने अपने प्रत्यक्ष अनुभव और गहन अध्ययन से कुछ महत्वपूर्ण विचार साझा किए हैं जो न केवल समृद्ध होने के लिए बल्कि हर क्षेत्र में सफलता के लिए उपयोगी हैं।

       इस किताब मे 14 ऐसे नियम हे जिससे आप सफलता प्राप्त करणे के लिये बहोत जरुरी हे , तो आईये उन नियमो से मिलते हे|
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  1) * विचार *

     यह हमारे विचार हैं जो हमारी सफलता के साथ शुरू होते हैं, और फिर हम अपने विचारों को कार्यों में बदलते हैं। यही कारण है कि लेखक का कहना है कि हमेशा सकारात्मक विचार रखना हमारी सफलता का कारण है।  शुरू में, बिल गेट्स और वारेन बर्फ़ ने बड़े होने के बारे में नहीं सोचा होता तो आज वह इतने अमीर इंसान नही बन पाते।
    आइए अब इस विषय पर विस्तार से देखें।

      शुरुआत में, हमें अपने विचारो को इस प्रकार बनाना होगा की यह भटकना नहीं चाहिये, और हमें उस काम में लगातार बने रहना चाहिए जिसे हम प्राप्त करना चाहते हैं, क्योंकि लंबे समय तक कुछ करने से प्रगति नहीं दिखाई देगी, लेकिन हमें एकदम ही ऐसी सफलता प्राप्त होगी जैसे किसिने जादू की छडी घुमाई हो, यह  हम अपने रोज के छोटे बडे कामो मे देखतेही होंगे|

     सोने(खजाने) से 3 फीट दूर|

    असलता के कारण प्रयास से अस्थायी वापसी यही असफलता का मुख्य कारण हे |और हमारे विचार हमें सफलता तक ले जाते हैं, और  इससे दूर  भी ले जाते हे ।  चलिए अब हम इसे समझाते हैं ...
 यह एक अनुभव है आर. यू.  डर्बी इनका|
  .  अमेरिका में, सोने की भीड़ के दौरान, वे पश्चिम में सोना पाने के इरादे से वहां गए थे, लेकिन जब उन्हें पता ही नहीं चला कि जिन खानों के बारे में सोचा गया था, वे सोने से ज्यादा कुछ नहीं थे, तो उन्होंने ऐसा करने का फैसला किया और कुदाल फावड़े के साथ वहां गए और कई दिनों तक कोशिश की।  और उन्होंने खदान में कुछ चीझ को पाया लेकिन इसे जमीन पर ले अाने के लिये एक महान मशीन और कुछ सामग्री की जरूरत थी।  बहुत अधिक चर्चा के बिना, उन्होंने जमीन को कवर किया और अपने गृह राज्य मैरीलैंड लौट गए।  आपका परिवार विचार के साथ आया और आवश्यक धन और मशीनरी के साथ उन्होंने घर छोड़ दिया।
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     खनिजो से धातु ले ली और इसे संसाधित करने के लिए भेज दिया, प्रक्रिया पूरी होने के बाद, उन्होंने महसूस किया कि उन्हें सबसे समृद्ध खदान मिली थी और अभी भी थोडे प्रयास के बाद वह आपण पुरा कर्ज मिटाकर वह अमीर बन जायेऺगे।
 .   जैसे-जैसे खुदाई होती जा रही थी, डार्बी की उम्मीदें बढ़ती जा रही थीं और अचानक ऐसा हुआ कि सुनहरी सोने की धारा एकदम से गायब हो गई गायब हो गई,  बस अब क्या था...!  पूरे प्रयास के बाद कुछ भी नीचे दिखाई नाही दे रहा था |
  आखिरकार उन्होंने हार मान ली और सारा सामान भंगार मे बेचकर वापस घर चले गए|
     भंगार वाले ने बादमें इस्के बारे मे सोचां और इसे एक और कोशिश देने का फैसला किया, इंजीनियरों की मदद ली, नक्शे निकाले और इंजीनियर ने उन्हे बताया कि डर्बी कंपनी को खदान में फॉल्ट लाइन के बारे में नहीं पता था, और उसने प्रोजेक्ट छोड़ दिया और इंजीनियर ने कहा कि सोना सिर्फ 3 फीट के नीचे ही हे|  बस उन्होंनेे खुदाई शुरू की और वहां सोने के भंडार उन्हे मिले|
     भंगार वाले  ने इसे लाखों रुपये कमाए क्योंकि उन्हें पता था कि "कुछ काम बीचमे ही छोडने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना"|
     खबर जानने के बाद आप सोच रहे हैं कि डर्बी की क्या हालत हो गई होगी लेकिन यह कहानी का अंत नहीं है।
     डर्बी ने बाद में हार्ड विश्वविद्यालय से डीग्री प्राप्त की और जीवन बीमा विक्रेता के रूप में काम करना शुरू कर दिया, और पिछले तीस वर्षों में वह एक बहुत ही सफल और अमीर व्यक्ति बन गये। वास्तव में ऐसा होणे के बाद कोई भी किस्मत को दोष देकर पागल भी हो सकता है, लेकिन आइए एक नजर डालते हैं कि उन्होंने इससे क्या सीखा।
   
     वह कहते हैं कि उन्हें उस घटना की याद आती थी जब कोई  बंधक ने बीमा लेने से इनकार करता  और वह सोचते थे की यह इन्का अंतिम निर्णय नहीं हे।  लेकिन उन्होंने कहा, "यह अनुभव आशीर्वाद के रूप में मेरे लिए उतना ही मह्त्वपूर्ण था, इसीलिए इसने मुझे मजबूत बनने, कड़ी मेहनत करने, कार्यबल के अंत तक पहुंचने के लिए सिखाया। यही वह सबक था जो मुझे सफल होने के लिये फायदेमंद था । यह कहाणी The Alchemist की success कहानी जैसी ही हे जो मे इस किताब के बाद आपले लिये डालणे वला हू|
     उन्होंने इस पर एक किताब भी लिखी है, और जो उनके लिए वास्तव में मायने रखता है वह उनका विचार था।
     आपने इस अनुभव से क्या सीखा, जरूर comment में बताईये|

      और आपको किसी भी कार्य में अपने विचारों को उच्च रखणा चाहिए कितनी ही विफलता क्यो न आये| फिर एक बार याद दिला रहा हु याद रखें, आपको आपका कोई भी काम consistency के साथ जारी रखना चाहिए क्योंकि वह काम मे भले ही आपको success जल्द न मिले, लेकीन एक बार वह ऐसे मिलेगी की कीसिने जादू की छड़ी घूमाई हो इस पर एक पल के आप खुद भरोसा नहीं कर पाएंगे।

      एक आदमी का दिमाग वह सोचता है जो वह कल्पना करता है, और वह इसे हासिल कर सकता है।


  2) * इच्छा *

 आपकी भारी इच्छा आपको कुछ भी पाने की कुंजी है, आप केवल एक वाक्य याद राख की "इतनी शिद्दत से मैंन तुम्हे पाने की कोशिश की हे की हर जर्रे ने मुझे तूमसे मीलाने की साजिश की हे" और मुझे यह भी यकीन है , यह वाक्य मेरे अनुभव से सच है।  आइए अब लेखक के अनुभव को देखें।
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     लेखक ने आपको अपनी इच्छा को सच करने के लिए अपने 20-25 वर्षों के गहरे अध्ययन और अपने अनुभव से अपने सपने को पूरा करने के लिए 6 steps बताए हैं, इसलिए आपको कड़ी मेहनत करने, बलिदान करने, पागल होने की ज़रूरत नहीं है।  न ही इसे पूरा करने के लिए बहुत सारी शिक्षा की आवश्यकता होती है, यह सब एक खुली कल्पना है।
 तो चलिए तैयार हो जाईये  उस रास्ते पर चलने के लिए।
     आप इसका इस्तेमाल पैसे कमाने के साथ-साथ हर क्षेत्र मे  सफलता पाने के लिए भी कर सकते हैं।
  इच्छाशक्ति से सपने को हकीकत मे बदलने के 6 तरीके ||
 - 1) "जिस राशि को आप चाहते हैं, उस पर निर्णय लें", की आपको कीतनी राशी चाहिए नंबर decide करे जैसे 10 करोड , 10000 करोड ,क्योंकि इसके पीछे एक कारण है।
 - 2) "यह तय करें कि आप उसके बदले मे  क्या देंगे जैसे अपने दिन के पुरे वक्त मे से इतना वक्त , या रोजना या महिने मे इत्नी कडी मेहनत।"
 -3) तय करें कि आपको कितने समय मे वह पैसा (लक्ष्य) चाहिए।  हो सके तो अपनी डायरी में तारीख लिख दें।
 - ४) अपने काम की एक योजना बनाईये और थोडी बहोत तयारी के साथ ही सही उस काम को पुरा करणे की लिये लग जयिये।
 - ५) अपनी इच्छित राशि, समय सीमा, तैयारी लिख लें|
 - 6) लिखा हुआ उची आवाज मे  पढ़ें दिन में कम से कम दो बार ।
      और मन में ऐसा विचार किजिये की आपको वह धन , सफलता प्राप्त हो गई हे |
        इन छह चरणों में दिए गए निर्देशों का पालन करना बहुत महत्वपूर्ण है।  खासकर छठे चरण में, बहुत ज्यादा।  शायद आप शिकायत करेंगे।  यह कल्पना करना असंभव है कि वास्तविक राशि प्राप्त होने से पहले राशि कब्जे में थी।  लेकिन एक ही समय में, आपकी तीव्र, जलती हुई महत्वाकांक्षा आपकी सहायता के लिए आती है।  यदि आप पैसे कमाने की ललक के साथ संघर्ष कर रहे हैं, तो आपको जो धन भविष्य मे चाहिए वह आपके पास ही हे विचार रखना मुश्किल नहीं है। फिर आपका एकमात्र उद्देश्य पैसा प्राप्त करना होगा वह भी सिर्फ अच्छे तरिको से और आपको विश्वास है कि आप इसे प्राप्त करेंगे।  हम उस पैसे को पाने के बुरे इरादों और कार्य  नहीं चाहिए , आगे इसके बारें मे भी सविस्तर देखेंगे|

     जिस व्यक्ति ने इस चीज का इस्तेमाल किया
 - एंड्रयू कार्नेगी:  एक फैक्ट्री  कर्मचारी से एक सबसे कामायाब और अमीर इंसान।
 - थॉमस एडिसन - आप इनके  बारे में तो जानते ही हे|

     यदि आप जो करना चाहते हैं वह सही है और आपको दृढ़ विश्वास है, तो साहसपूर्वक आगे बढ़ें और अपने सपने को पूरा करें। यह करके दिखाया हे |
 - थॉमस एडिसन
 - राइट भाइयों
 - मेरकिन - रेडियो की खोज करणे वाले , इंके बारे मे जरूर पढीये|
 -
     जीवन एक दाता है, आप जो मांगते हैं वह आपको मिलता है, इसलिए बड़े सपने देखें और उसके लिए काम करे ।

      ध्यान देना चाहिए ,  कि हमें दुःख , गरिबी पाने के लिये जीतने प्रयास करणे पडते उत्ने ही प्रयास हमें अमीर और सुखी बनणे के लिये करणे पडते हे | मानो यह एक रास्ता हे जिस्के बीच में आप खडे हो और गरिबी और अमिरी आपसे दोनो एकजेसे ही अंतर पर हे | यह एक महान कवि द्वारा बहुत ही प्रासंगिक शब्दों में प्रस्तुत किया गया सार्वभौमिक सत्य है -
    अगर मैं एक पैसा के साथ सौदा करू ,
 तो जीवन मुझे इससे ज्यादा कुछ नहीं देता,
 लेकिन मैंने शाम को कुछ मांगा,
 और मेरे छोटे भंडार की गिनती कर रहा है।
  क्योंकि जीवन एक दाता है,
 यह उतना ही देता है जितना आप मांगते हैं।
  लेकिन एक बार आपका वेतन तय हो जाता है तो
 आपको उसिके लिए काम करना है।
 मुझे एक छोटे से गुलाम की नौकरी मिल गई
 और जब मैंने जीवन के इस रहस्य को सीखा, तो मैं बहुत निराश हुआ।
      अगर मैंने इससे अधिक और कुछ भव्य जीवन जिंदगी से मांगा होता ,
तो जिंदगी वो भी मुझे खुशी खुशी दे दीया होता |

     असफलता सत्य नहीं है , कोई भी व्यक्ती , कैसा भी व्यक्ती काभिभी सफल हो सकता हे ....।

      हम स्वयं स्वीकार करते हे वही बंधन हे , अन्यथा हमारा मन बंधनहिन हे उसकी कोई भी सीमा नही हे ,गरीबी और आमिरी दोनों हमारे विचारों से ही आते हैं।
      इनमें से सबसे महत्वपूर्ण और लेखक का निकटतम अनुभव यह है कि लेखक का बेटा जन्म से ही बहरा था, लेकिन नेपोलियन हिल ने अपने बेटे को सुनने के लिए सशक्त किया।             
     यदि आप पूरी कहानी जानना चाहते हैं, तो कृपया टिप्पणी करें, मैं उस कहानी को आपके साथ अवश्य जोड़ूंगा।

टिप्पणियाँ

  1. It is very true असफलता सत्य नहीं है , कोई भी व्यक्ती , कैसा भी व्यक्ती काभिभी सफल हो सकता हे ....।
    ध्यानचंद (Dhyan Chand) (Motivational Stories)

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  2. Well explained.Keep it up.
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